तुड़ान के बाद शाखाओं को एकत्र कर लें। पौधों पर कॉपर ऑक्सीक्लोराईड या कॉपर हाईड्रोऑक्साईड (600 ग्राम प्रति 200 लीटर पानी में) के घोल का छिडक़ाव तुड़ाई के बाद 15-20 दिन के भीतर करें। बागीचे में रोग का अधिक प्रकोप होने की स्थिति में यही घोल फरवरी-मार्च में कली सूजन अवस्था पर फिर छिडक़ें। गले-सड़े व जमीन पर गिरे फलों को दबा कर नष्ट कर दें क्योंकि इनके उपर कैंकर कवक निर्वाह करते हैं।
Author: Unknown
Related Posts
Some simillar article from this label, you might also like
- Blog Comments
- Facebook Comments
Post a Comment
Subscribe to:
Post Comments (Atom)