पर्यावरण प्रदूषण खुशहाल जीवन के लिए किसी बड़े खतरे से कम नहीं है. पेड़-पौधे पर्यावरण संरक्षण में सबसे अहम भूमिका निभाते हैं लेकिन अगर वही पेड़-पौधे पर्यावरण के लिए खतरा बन जाएं तो शायद किसी को भी यकीन न हो लेकिन यकीन करना पड़ेगा, अध्ययन के निष्कर्ष तो यही बता रहे हैं. हिमाचल में करीब 500 प्रजातियां विदेशी पेड़-पौधों की है. शिमला में 190 विदेशी प्रजातियां मौजूद हैं. ऐसे पेड़ जमीन से पानी जरूरत से ज्यादा सोखते है वहीं ऐसे पौधे पशुओं के स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. वन विभाग के प्रमुख वन वरण्यपाल संजीव पांडेय ने कहा कि पॉपुलर, सफेदा, लैंटाना ऐसी कई प्रजातियां हैं जो स्थानीय पर्यावरण के उपयुक्त नहीं हैं.